हरियाणा सरकार ने राज्य के बुजुर्गों के लिए एक बड़ा बदलाव पेश किया है। अब से हरियाणा रोडवेज की बसों में 50% किराए की छूट पाने के लिए वरिष्ठ नागरिक पहचान पत्र की जगह नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC Card) अनिवार्य कर दिया गया है।
यह निर्णय राज्य के परिवहन विभाग द्वारा डिजिटल पहल और कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है। आइए, इस नई व्यवस्था को विस्तार से समझते हैं।
पुराने पहचान पत्र की जगह NCMC कार्ड क्यों?
पहले वरिष्ठ नागरिक बस कंडक्टर को अपना सीनियर सिटीजन कार्ड दिखाकर ही छूट का लाभ ले पाते थे। लेकिन अब हरियाणा रोडवेज ने इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग सिस्टम को अनिवार्य बना दिया है। इसके तहत बुजुर्ग यात्रियों को NCMC कार्ड को बस में लगी मशीन पर स्कैन करवाना होगा, जिससे उनका डिजिटल टिकट कटेगा।
यह कदम नकदी के इस्तेमाल को कम करके डिजिटल इंडिया के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। साथ ही, यह प्रक्रिया पारदर्शिता बढ़ाएगी और गलत पहचान पत्रों के दुरुपयोग को रोकेगी।
NCMC कार्ड कैसे काम करेगा?
NCMC (National Common Mobility Card) कार्ड भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक कार्ड है जिसे पूरे देशभर में Public ट्रांसपोर्ट और Metro जेसी सेवाओं में इस्तेमाल किया जा सकता है। हरियाणा में इस कार्ड को ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वन नेशन वन कार्ड’ पहल से जोड़ा गया है। इसके लिए वरिष्ठ नागरिकों को पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आवेदन स्वीकार होने के बाद कार्ड उनके घर के पते पर डाक से पहुंचेगा। ध्यान रखें कि कार्ड को रिचार्ज करके ही यात्रा की छूट मिलेगी। कार्ड में बैलेंस होना जरूरी है, क्योंकि छूट केवल तभी लागू होगी जब यात्री किराए की आधी रकम कार्ड से कटेगी। उदाहरण के लिए, अगर बस का किराया 100 रुपये है, तो कार्ड से 50 रुपये काटे जाएंगे।
कैसे करें आवेदन?
NCMC कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल और ऑनलाइन है। वरिष्ठ नागरिकों को हरियाणा परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर वरिष्ठ नागरिक सेक्शन में फॉर्म भरना होगा। इसके लिए आयु प्रमाण (जैसे आधार कार्ड), पहचान प्रमाण और पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड करने होंगे।
आवेदन शुल्क (अगर लागू हो) ऑनलाइन जमा करना होगा। कार्ड बनने में 7-10 दिन लग सकते हैं। वहीं, जो लोग ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकते, वे नजदीकी रोडवेज कार्यालय से भी कार्ड अपडेट करवा सकते हैं।
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क्यों जरूरी है यह बदलाव?
हरियाणा सरकार का यह फैसला दो मुख्य उद्देश्यों से प्रेरित है। पहला, डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहन देकर बसों में भ्रष्टाचार और नकदी गड़बड़ी की संभावना को कम करना। दूसरा, राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देना, क्योंकि NCMC कार्ड देश के अन्य राज्यों में भी मान्य है।
इससे वरिष्ठ नागरिकों को अन्य शहरों में यात्रा करने में भी सुविधा होगी। साथ ही, यह व्यवस्था परिवहन विभाग को यात्रियों के डेटा का विश्लेषण करके बस सेवाओं को और बेहतर बनाने में मदद करेगी।
किन बातों का रखें ध्यान?
वरिष्ठ नागरिकों को NCMC कार्ड को नियमित रूप से रिचार्ज करते रहना चाहिए, क्योंकि बैलेंस खत्म होने पर छूट नहीं मिलेगी। साथ ही, कार्ड को सुरक्षित रखें और चोरी या खोने की स्थिति में तुरंत विभाग को सूचित करें। अगर नई व्यवस्था को लेकर कोई समस्या आए, तो टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
अभी क्या करें वरिष्ठ नागरिक?
हालांकि परिवहन विभाग ने इस नियम को लागू करने की तारीख साफ नहीं की है, लेकिन सलाह दी गई है कि वरिष्ठ नागरिक जल्द से जल्द NCMC कार्ड के लिए आवेदन कर दें। इससे बदलाव के बाद यात्रा के दौरान किसी भी असुविधा से बचा जा सकेगा।
सार का निष्कर्ष
हरियाणा सरकार की यह पहल वरिष्ठ नागरिकों के लिए यात्रा को सुगम और पारदर्शी बनाएगी। साथ ही, यह कदम डिजिटल इंडिया और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अगर आप या आपके परिवार में कोई 60 वर्ष से ऊपर के हैं, तो NCMC कार्ड बनवाने में देरी न करें। आधुनिक सुविधाओं का लाभ उठाएं और सुरक्षित यात्रा करें!
(नोट: यह जानकारी हरियाणा परिवहन विभाग की अधिसूचना और नीतियों पर आधारित है। किसी भी अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट चेक करें।)