हरियाणा के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए शिक्षा विभाग ने एक बड़ा ऐलान किया है। राज्य शिक्षा निदेशालय ने 2025 की (Haryana School Summer Holiday) गर्मी की छुट्टियों का शेड्यूल शेयर कर दिया है।
आपको बता दें, जून की 1 तारीख से लेकर 30 जून 2025 तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। यह फैसला हरियाणा राज्य में बढ़ती गर्मी को लेकर और छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर लिया गया है। आइए, विस्तार से समझते हैं कि यह निर्णय स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और स्कूल प्रबंधन के लिए क्या मायने रखता है।
कब तक बंद रहेंगे स्कूल?
हरियाणा शिक्षा निदेशालय के निर्देशों के अनुसार, गर्मी की छुटियों का समय (Summer Vacation) का समय पहले से बढ़ा दिया है। अब स्कूल 1 जून से बंद हो जाएंगे और 1 जुलाई 2025 को दोबारा खुलेंगे। इस एक महीने के दौरान किसी भी स्कूल को चालू रखने की इजाजत नहीं होगी।
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि छुट्टियों के बीच में किसी भी तरह की परीक्षा, एक्स्ट्रा (Extra) क्लास या एक्टिविटी के नाम पर बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जा सकता। यहां तक कि प्राइवेट स्कूलों को भी इस नियम का पालन करना अनिवार्य होगा।
स्कूल प्रबंधन के लिए सख्त निर्देश
शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि 30 मई 2025 तक सभी मासिक परीक्षाएं और शैक्षणिक गतिविधियां पूरी कर ली जाएं। यदि कोई स्कूल 1 जून के बाद खुला पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि, “गर्मी की छुट्टियों के दौरान स्कूल चलाना कानूनन गलत होगा। हमारी टीमें स्कूलों की अचानक जांच करेंगी, और नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई होगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि निजी स्कूलों को भी इस आदेश का पालन करना होगा, वरना उनके रजिस्ट्रेशन रद्द किए जा सकते हैं।
छात्रों और अभिभावकों के लिए क्यों है यह फैसला जरूरी?
हरियाणा में मई और जून के महीने में तापमान अक्सर 45°C से ऊपर पहुंच जाता है, जिससे लू (Heatwave) और डिहाइड्रेशन (Dehydration) का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में, स्कूल बंद होने से बच्चों को घर पर रहकर गर्मी से बचने का मौका मिलेगा।
साथ ही, स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों का जोखिम भी कम होगा। अभिभावक इस एक महीने का उपयोग बच्चों के साथ परिवारिक यात्राएं या इंडोर गतिविधियों की प्लानिंग कर सकते हैं। शिक्षा विभाग का यह कदम छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने वाला माना जा रहा है।
छुट्टियों में स्कूलों की कैसे होगी निगरानी?
आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा विभाग ने विशेष मॉनिटरिंग टीमें बनाई हैं। ये टीमें अचानक स्कूलों का निरीक्षण करेंगी और ऑनलाइन शिकायत पोर्टल के माध्यम से अभिभावकों की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करेंगी।
इसके अलावा, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही शिकायतों की भी जांच की जाएगी। शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि नियम तोड़ने वाले स्कूलों के खिलाफ जुर्माना, चेतावनी या लाइसेंस रद्द करने जैसी कार्रवाई की जा सकती है।
कैसे बनाएं छुट्टियों को प्रोडक्टिव?
शिक्षाविद डॉ. राजेश शर्मा का कहना है कि, “लंबी गर्मी की छुट्टियां बच्चों के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन पैरेंट्स को चाहिए कि वे बच्चों का समय सारिणी बनाएं। ऑनलाइन लर्निंग, क्रिएटिव एक्टिविटीज या स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज के जरिए उन्हें व्यस्त रखा जा सकता है।”
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि बच्चों को बाहर निकलते समय हैट, सनस्क्रीन और पानी की बोतल साथ रखने के लिए प्रेरित करें, ताकि गर्मी से बचाव हो सके।
समर वेकेशन में बच्चों को कैसे रखें व्यस्त?
इस एक महीने का सही इस्तमाल करने के लिए अभिभावक बच्चों को डांस, म्यूजिक, पेंटिंग या कोडिंग (Coding) जैसे ऑनलाइन कोर्सेज में एनरोल करवा सकते हैं। साथ ही, फैमिली बॉन्डिंग के लिए बोर्ड गेम्स, कुकिंग या इंडोर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
ध्यान रखें कि बच्चे पूरी तरह से पढ़ाई से दूर न हों, इसलिए रोजाना 1-2 घंटे की सेल्फ-स्टडी या एजुकेशनल ऐप्स का उपयोग करें।
सुरक्षा और सीखने का संतुलन
हरियाणा सरकार का यह फैसला छात्रों की सुरक्षा और शिक्षा के बीच एक अच्छा संतुलन बनाता है। एक तरफ जहां बच्चों को गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं यह छुट्टियां उन्हें नई चीजें सीखने और परिवार के साथ समय बिताने का मौका भी देंगी।