क्रेडिट कार्ड को मात देगा UPI अब हर ट्रांजैक्शन पर मिलेगा इतना कैशबैक, जानिये डिटेल में

भारत में डिजिटल पेमेंट की दुनिया का चेहरा बदलने वाली UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) अब और भी ज्यादा लुभावनी होने वाली है। सरकार ने UPI को लोकप्रिय बनाने के लिए एक नई योजना का प्रस्ताव रखा है, जिसके तहत 100 रुपये या उससे अधिक की खरीदारी पर 2% तक का कैशबैक मिलेगा।

यानी अगर आप किराने का सामान खरीदते हैं या चाय की दुकान पर UPI से पेमेंट करते हैं, तो आपकी जेब पर हल्का बोझ पड़ेगा। साथ ही, जून 2025 से UPI ट्रांजैक्शन की स्पीड दोगुनी हो जाएगी यह प्रक्रिया अब सिर्फ 15 सेकंड में पूरी होगी।

कैसे काम करेगी नई कैशबैक योजना?

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की योजना के मुताबिक, अगर आप UPI से 100 रुपये का भुगतान करते हैं, तो आपके बैंक अकाउंट से सिर्फ 98 रुपये काटे जाएंगे। बाकी के 2 रुपये सीधे आपको कैशबैक के रूप में मिलेंगे। इसका मकसद छोटे दुकानदारों से लेकर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स तक हर जगह डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना है।

क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर दुकानदारों को 2-3% का चार्ज (MDR) देना पड़ता है, जिससे उन्हें नुकसान होता है। UPI पर यह चार्ज शून्य है, और अब सरकार यूजर्स को यही बचत कैशबैक के रूप में देकर UPI को और आकर्षक बनाना चाहती है।

क्रेडिट कार्ड से क्यों बेहतर है UPI?

क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर दुकानदारों को MDR के रूप में कटौती झेलनी पड़ती है। जिस्से, 100 रुपये के पेमेंट पर दुकानदार को सिर्फ 97-98 रुपये ही मिलते हैं। वहीं, UPI पर कोई MDR नहीं लगता, यानी दुकानदार को पूरी रकम मिल जाती है।

सरकार अब यूजर्स को सीधा फायदा देकर UPI को क्रेडिट कार्ड से ज्यादा पॉपुलर बनाना चाहती है। इससे नकदी की निर्भरता घटेगी और डिजिटल इंडिया का सपना साकार होगा।

जून 2025 की बैठक

इस योजना को अंतिम रूप देने से पहले सरकार जून 2025 में एक बड़ी बैठक करेगी। इसमें ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे (Amazon, Flipkart), बैंक, NPCI, पेमेंट एप्स (PhonePe, Google Pay) और उपभोक्ता संगठन शामिल होंगे।

इस बैठक में UPI पर MDR लागू करने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी, लेकिन सरकार फिलहाल UPI यूजर्स पर कोई अतिरिक्त शुल्क लगाने के पक्ष में नहीं है।

15 सेकंड में पूरा होगा ट्रांजैक्शन!

UPI की स्पीड को लेकर भी बड़ी खुशखबरी है। NPCI के नए नियम के मुताबिक, 16 जून 2025 से सभी UPI ट्रांजैक्शन सिर्फ 15 सेकंड में पूरे होंगे। अभी यह प्रक्रिया 30 सेकंड तक लेती है, खासकर नेटवर्क कमजोर होने पर। यह बदलाव भीड़भाड़ वाली दुकानों, मेट्रो स्टेशनों, या फेस्टिवल्स के दौरान बड़ा राहत देने वाला साबित होगा।

भारत बना दुनिया के लिए मिसाल

UPI ने भारत को डिजिटल पेमेंट में वैश्विक नेता बना दिया है। आज 40 करोड़ से ज्यादा भारतीय UPI का इस्तेमाल करते हैं, और हर महीने 1,000 करोड़ से अधिक ट्रांजैक्शन होते हैं। अमेरिका, यूरोप और यूएई जैसे देश अब भारत के इस मॉडल को अपना रहे हैं। सरकार चाहती है कि इस सफलता का फायदा आम आदमी को भी मिले Cashback जैसी योजनाएं इसी दिशा में एक कदम है।

चुनौतियां और समाधान

हालांकि, UPI के बढ़ते इस्तेमाल के साथ कुछ चुनौतियां भी हैं। साइबर धोखाधड़ी के मामले बढ़ सकते हैं, इसलिए यूजर्स को UPI पिन कभी भी किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। साथ ही, छोटे दुकानदारों को नई टेक्नोलॉजी के साथ अपडेट करने के लिए ट्रेनिंग की जरूरत होगी। सरकार और बैंकों को मिलकर इन समस्याओं का समाधान निकालना होगा।

इसे भी पढ़े: Roadways NCMC Card से मिलेगी बस यात्रा में 50% की छूट

डिजिटल इंडिया का नया Chapter

सरकार की यह योजना न सिर्फ डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देगी, बल्कि छोटे व्यापारियों और ग्राहकों दोनों को फायदा पहुंचाएगी। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो 2025 तक UPI के जरिए हर महीने 3,000 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन हो सकते हैं।

यह बदलाव नकदी पर निर्भरता घटाकर अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा। तो अगली बार जब भी पेमेंट करें, UPI चुनना न भूलें यह सुरक्षित, तेज और अब और भी सस्ता है।

सावधानी जरूरी: UPI का इस्तेमाल करते समय किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें और अपना पिन कभी किसी के साथ शेयर न करें। स्मार्ट बनें, डिजिटल बनें।

Anup

अनुप सिंह एक अनुभवी कंटेंट लेखक हैं, जो सरकारी योजनाओं, जनकल्याणकारी स्कीमों और सोशल वेलफेयर से जुड़ी जानकारी सरल हिंदी भाषा में प्रस्तुत करते हैं। इनका उद्देश्य है कि भारत के हर नागरिक तक सही और सटीक जानकारी पहुंचे ताकि वे सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ उठा सकें।

View all posts by Anup

Leave a Comment